राजा सूर्यदेव का गोल्डेन टच- GOLDEN TOUCH OF THE KING
MORAL STORY FOR KID IN HINDI- मोरल स्टोरी
SHORT MORAL STORY FOR KIDs IN HINDI
एक बार की बात है, एक राजा था जिसका नाम सूर्यदेव था।
वह बहुत अमीर था और उसके पास बहुत सारा सोना था। उसकी एक बेटी थी, जिसे वह बहुत प्यार करता था। मगर राजा बहुत लालची स्वभाव का था।
एक दिन मिदास को एक फरिश्ता मिला जिसे मदद की जरूरत थी। फरिश्ते के पंख में चोट लगने की वजह से वो उड़ नही पा रहा था।
राजा सूर्यदेव ने उसकी मदद की, जिसके बदले में फरिश्ता एक वरदान देने को तैयार हो गया।
मिडास की इच्छा थी कि वह जिस चीज को छूए वह सोना बन जाए। फ़रिश्ते ने बोला कि ‘एक बार सोच लो राजा कहीं तुम गलत ना कर रहे हो’ राजा बोलै मैंने सोच समझ कर वरदान माँगा है। तो फरिश्ता राजा को वरदान दे देता है।
अपने घर के रास्ते में उसने चट्टानों और पौधों को छुआ और वे सोने में बदल गए।राजा जिस भी वस्तु को छूता वो सोना बन जाती।
जैसे ही वह घर पहुँचा, उत्साह में उसने अपनी बेटी को गले से लगा लिया,और वो भी सोने में बदल गई थी।
राजा सूर्यदेव परेशांन हो गया था और रोने लगा। उसने अपना सबक सीख लिया था।
राजा ने फ़रिश्ते से उसकी वरदान को वापस लेने के लिए कहा। और फ़रिश्ते ने वरदान वापस ले लिया, साथ ही उसकी बेटी को भी ठीक कर दिया।

कहानी की सीख – Moral of the story
लालच आपके लिए अच्छा नहीं है। सुखी और पूर्ण जीवन जीने के लिए संतुष्ट रहें और लालच न करें।
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